दिल्ली हिंसा में फंसे ताहिर हसैन की मश्किलें बढ़ीं. सबत जटाने पहुंची डीएफएसएल की टीम

नई दिल्ली। दिल्ली फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री की एक टीम चांद बाग इलाके में पार्षद ताहिर हसैन की फैक्ट्री से सबूत जुटाने पहुंची है। आम आदमी पार्टी (आप) से निष्कासित ताहिर हुसैन पर दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अफसर अंकित शर्मा की हत्या में शामिल रहने और दंगा भड़काने का आरोप है। गुरुवार को ताहिर हुसैन के घर पर पत्थर, पेट्रोल बम मिले थे, जिसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई। इसके बाद ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है।दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो जांच अधिकारी (आईबी) के अफसर अंकित शर्मा की हत्या में शामिल रहने का आरोप लगने के बाद दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने पार्षद ताहिर हसैन को पुलिस जांच पूरी होने तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। गुरुवार को ताहिर हसैन के घर की छत से पेट्रोल बम, पत्थर और ईंटे मिली थीं। आईबी अफसर अंकित शर्मा दिल्ली के दंगा प्रभावित चांद बाग इलाके में एक नाले में बधवार को मत पाए गए थे, जहां वह रहते थे। अंकित के पिता की शिकायत के आधार पर पलिस ने गुरुवार को पार्षद ताहिर हसैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी। हालांकि, ताहिर हुसैन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्हान कहा, मुझे खबरों से पता चला कि मुझ पर एक व्यक्ति की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। यह झूठ और निराधार है। हमारी सुरक्षा के लिए मेरा परिवार और मैं सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में अपने घर से चले गए थे।उन्होंने कहा कि मैंने हिंसा को रोकने का काम किया। मैं निर्दोष हूं। मैंने लोगों को अपनी दीवार पर चढ़ने से रोका। 24 फरवरी को पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली और हमें वहां से हटा दियाबाद में हम एक सुरक्षित स्थान पर चले गए। 25 फरवरी शाम चार बजे तक पुलिस इमारत में मौजूद थी। दिल्ली के चांद बाग इलाके में हिंसा में आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद ताहिर हुसैन पर हिंसा भड़काने के आरोपों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को स्पष्ट रूप से कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जिसने भी साम्प्रदायिक हिंसा भड़काई, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि अगर उनकी पार्टी का कोई नेता दंगों में संलिप्त है तो उसे दोगनी सजा दीजाए। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और दंगाइयों को कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए। किसी भी दंगाई को छोड़ा नहीं जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हो।अगर कोई आप का कोई सदस्य दोषी पाया जाता है तो उसे दोगुनी सजा दी जाए।उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में मृतकों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 39 पहुंच गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। चार दिन पहले शुरूहई सांप्रदायिक झडपों में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा से प्रभावित इलाकों में मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, पुर, जापान, पावबाग, घोंडा, मुस्तफाबाद, खजूरी खास और भजनपरा शामिल हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगा दगा प्रभावित कुछ इलाकों में दुकानें खुलने के साथ ही हालात हा हालात सामान्य होते दिखे। हिंसा प्रभावित इ. स करीब 7,000 अर्दधसैनिक बल तैनात हैं। शांति कायम रखने के लिए दिल्ली पुलिस के सैकड़ों कर्मी डयटी पर हैं