अतिक्रमण ने मंडी समिति को लगाया सवा करोड़ का चूना

बुलंदशहर । कृषि प्रधान जिले की मख्य कषि उत्पादन मंडी में सविधाओं का अभाव है। मटका कल्ना करते बैठे अतिक्रमणकारियों की दबंगई के बैठे अतिक्रमणकारियों की दबंगई के चलते किसान मंडी में आने से कतराते हैं। समिति की दुकानें खाली पड़ी हैं और व्यापार फड लगाकर किया जा रहा है। 22 दुकानों का आवंटन हुआ लेकिन अधिकांश व्यापारियों ने आवंटन राशि जमा नहीं की, क्योंकि समिति ने दुकानों के सामने फैले अतिक्रमण पर अंकश नहीं लगाया। इससे मंडी गणिति तो हजार 550 रुपये का फटका लगा है। हजार 55 कृषि उत्पादन मंडी समिति ने ढाई वर्ष पूर्व 22 दुकानों का आवंटन ईटेंडरिग द्वारा किया था। दकानों के सामने बने चबूतरों पर फैले अतिक्रमण के चलते व्यापारियों ने बकाया धनराशि जमा नहीं की। हालात यह रहे कि 22 में से एक भी दुकानदार ने अपना कब्जा नहीं लिया। नियमानुसार आवंटन के सात दिनों पश्चात दुकानों की 50 प्रतिशत धनराशि आवंटी को समिति को जमा करनी थी और बाकी 50 प्रतिशत तीन माह बाद। दुकानों के सामने फैले अतिक्रमण के चलते दुकानदार बैकफुट पर आ गए और उन्होंने मंडी में व्यापार करने से साफ इंकार कर दिया। ढाई वर्ष बाद समिति ने आंखें खोली और 22 दुकानदारों के खिलाफ आरसी जारी कर दी। मंडी में कुछ आवंटी ऐसे हैं जिन्होंने पूर्व में दुकान ली और कुछ मुनाफा लेकर उसे रिसेल कर दिया। दुकानों के मालिक होने के बावजूद व्यापारियों ने चबूतरों और सड़कों पर फड़ लगाकर अपनी-अपनी दुकान जमा रखी हैं।बुलंदशहर मंडी में सफाई व्यवस्था काफी खराब है. सड़कों पर गले-सडे चूना फल और कचरों का ढेर लगा रहता है।शौचालयों पर गेट तक नहीं हैं और चाहरदीवारी टूटी है। इतना ही नहीं मंडी परिसर में दो चौराहों पर हाइमास्क लाइटें लगी हैं लेकिन जलती नहीं। मंडी शुल्क देने के बावजूद भी आढ़तियों को सुरक्षा तक की सुविधा नहीं है। दिन ढलते ही अराजक तत्वों का डेरा लगा रहता है। टूटी चाहरदीवारी से बाहरी व्यक्ति मंडी आढतियों को नुकसान पहुंचाते हैं। ई-टेंडरिंग के बाद पैसा जमा न करने वाले 22 दुकानदारों के खिलाफ आरसी जारी की गई हैं। सवा करोड़ में से अभी मात्र 17.40 लाख रुपये की रिकवरी हो चुकी है, जल्द ही रिकवरी का लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाएगा। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।